भटकती आत्मा भाग - 17

37 Part

571 times read

18 Liked

     भटकती आत्मा चन्द्रदेव गगन के भगवान में मुस्कुरा रहे थे | उन की चंचल किरणें वसुधा के अंग-अंग को गुदगुदा रही थी। लगता था आकाश से रजत धारा अमृत ...

Chapter

×